अनुवाद: सूरह अत-तकासुर (संपत्ति में प्रतिस्पर्धा) سُورَة التكاثر
أَلْهَاكُمُ التَّكَاثُرُ ١ i
तुम्हें एक-दूसरे के मुक़ाबले में बहुतायत के प्रदर्शन और घमंड ने ग़फ़़लत में डाल रखा है, (१)
حَتَّىٰ زُرْتُمُ الْمَقَابِرَ ٢ i
यहाँ तक कि तुम क़ब्रिस्तानों में पहुँच गए (२)
كَلَّا سَوْفَ تَعْلَمُونَ ٣ i
कुछ नहीं, तुम शीघ्र ही जान लोगे (३)
ثُمَّ كَلَّا سَوْفَ تَعْلَمُونَ ٤ i
फिर, कुछ नहीं, तुम्हें शीघ्र ही मालूम हो जाएगा - (४)
كَلَّا لَوْ تَعْلَمُونَ عِلْمَ الْيَقِينِ ٥ i
कुछ नहीं, अगर तुम विश्वसनीय ज्ञान के रूप में जान लो! (तो तुम धन-दौलत के पुजारी न बनो) - (५)
لَتَرَوُنَّ الْجَحِيمَ ٦ i
अवश्य ही तुम भड़कती आग से दो-चार होगे (६)
ثُمَّ لَتَرَوُنَّهَا عَيْنَ الْيَقِينِ ٧ i
फिर सुनो, उसे अवश्य देखोगे इस दशा में कि वह यथावत विश्वास होगा (७)
ثُمَّ لَتُسْأَلُنَّ يَوْمَئِذٍ عَنِ النَّعِيمِ ٨ i
फिर निश्चय ही उस दिन तुमसे नेमतों के बारे में पूछा जाएगा (८)